बमलेश्वरी दरबार में
डोंगरगढ़ जाबो
नम्मी परब मा मेला भराथे हो
नम्मी परब मा मेला भराथे चईत महिना कुंआर मे
डोंगरगढ़ जाबो
डोंगरगढ़ जाबो
बमलेश्वरी दरबार में
डोंगरगढ़ जाबो
गरीब मन हा अन्नधन पाथे
बांझ हा कोरा मा लईका झूलाथे
गंगा के जल मा चरण पखारे
संझा बिहनिया आरती उतारे
सबो के दाई आस पुराये हो
सबो के दाई आस पुराये जस छाये संसार में
डोंगरगढ़ जाबो
डोंगरगढ़ जाबो
बमलेश्वरी दरबार में
डोंगरगढ़ जाबो
डोंगरी उपर बमलाई बिराजे
ममता मयी के मूरति साजे
जगमग जगमग ज्योति बरत हे
दरस करे बर मन हुलसत हे
छत्तीसगढ़ के भाग जगाये
छत्तीसगढ़ के भाग जगाये दाई तै हा दुलार के
डोंगरगढ़ जाबो
डोंगरगढ़ जाबो
बमलेश्वरी दरबार में
डोंगरगढ़ जाबो
दर्शन कर के पुन ला कमाबो
हर साल तोर मंदिर आबो
जिनगी के संग चोला छुट जाही
चंदा सुरूज मन हाबे गवाही
तोर कन्हैया जस ला गाये
डोंगा फसे मजधार में
डोंगरगढ़ जाबो
डोंगरगढ़ जाबो
बमलेश्वरी दरबार में
डोंगरगढ़ जाबो
नम्मी परब मा मेला भराथे ओ
नम्मी परब मा मेला भराथे चईत महिना कुंआर में
डोंगरगढ़ जाबो
बमलेश्वरी दरबार में
डोंगरगढ़ जाबो
✍ लेखक: दुकालू यादव
🎤 प्रस्तुतकर्ता: -
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