लंगुरे नई मानत हावय वो
मना देबे माता लंगुरे नई
मानत हावय वो
मास असाढ़ सुमन घन बरसे
बन बन बोलत मोरा
बन बन बोलत मोरा महामाई
बन बन बोलत मोरा
साड़ी पहिर के निकले वो माता
मोहत चन्द्र चकोरा
मोहत चन्द्र चकोरा महामाई मो
हत चन्द्र चकोरा
लंगुरे रिसाई गे हे वो
मना देबे माता लंगुरे रिसाई गे हे वो
लंगुरे नई मानत हावय वो
मना देबे माता लंगुरे नई मानत हावय वो 2
भादो के अंधियारी वो माता
काल भयानक राते
काल भयानक राते महामाई
काल भयानक राते
बिजली चमके जिया मोर धड़के
चमक उठे मम राते
चमक उठे मम राते महामाई
चमक उठे मम राते
लंगुरे रिसाई गे हे वो
मना देबे माता लंगुरे रिसाई गे हे वो
लंगुरे नई मानत हावय वो
मना देबे माता लंगुरे नई मानत हावय वो
सात हाथ मा सस्त्र बिराजे
आठवे खप्पर खाई
आठवे खप्पर खाई महामाई
आठवे खप्पर खाई
मुंड के माला पहिरे माता
काल बरन हो जाई
काल बरन हो जाई महामाई
काल बरन हो जाई
लंगुरे रिसाई गे हे वो
मना देबे माता लंगुरे रिसाई गे हे वो
लंगुरे नई मानत हावय वो
मना देबे माता लंगुरे नई मानत हावय वो
✍ लेखक: -
🎤 प्रस्तुतकर्ता: RK CASSETTE
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