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206 लिरिक्स
| 1 | LK401 | चंदन झूलना मां झूलना झूले मोर मईया |
| 2 | LK261 | जुग बन्दव माता काली चरन जुग हो |
| 3 | LK260 | श्री भगवती चरण ला मनावव वो |
| 4 | LK384 | मोर पथरा के देवता, सुनत नईए वो |
| 5 | LK265 | सगे बेटी होगे सगा पहुना |
| 6 | LK374 | डोरी सांस के बंधे बम भोला ले |
| 7 | LK405 | अंधरी अंधरा दाई ददा ला तीरथ घूमा दिये रे |
| 8 | LK309 | तोर घर के अंगना मा दाई |
| 9 | LK332 | आरूग हे कलशा दाई |
| 10 | LK262 | नव दिन बर आये ओ पहुना बरोबर दाई |
| 11 | LK303 | बजरंगबली बजरंगबली गली गली म नाम हे |
| 12 | LK370 | मैया जी लाने परघाय |
| 13 | LK363 | इतना के बेरिया कउन देव ला सुमिरव वो |
| 14 | LK380 | माहांगा ले ले आरती हो माय |
| 15 | LK365 | पथरा के संगी भगवान हे |
| 16 | LK366 | लंगुरे नई मानत हावय वो |
| 17 | LK391 | आजा आजा बघवा सवारी कर के आजा |
| 18 | LK388 | तोला बंदव दाई |
| 19 | LK297 | आरती उतारव हो दियना थारी ला धर के |
| 20 | LK268 | शीतल कर शीतला दाई |
| 21 | LK378 | कहा तो माता तोर अनमन जनमन |
| 22 | LK281 | झिल मिल वो बारे हओ दिया |
| 23 | LK301 | ए दे चले महामाई - गंगा अस्नान्दे |
| 24 | LK293 | कउने तोरे अंगना बटोरे बूढी माई वो |
| 25 | LK276 | सावन म शिव जी ला मनाबो |
| 26 | LK272 | तोला दुर्गा कहव की माँ काली |
| 27 | LK350 | मोला बता दे माई मोर का कसुर हे |
| 28 | LK333 | मोला बेटा कहिके बुलाले |
| 29 | LK349 | मै तो मैया जी के करथव श्रृंगार हो मा |
| 30 | LK286 | ओ मईया झुप झुप महुला नचाई दे |
| 31 | LK335 | झन जा तै बेटा कौरु नगर के गांव |
| 32 | LK327 | मोला संग देबे दाई आवत जावत ले हा |
| 33 | LK619 | धीरे धीरे चल वो भवानी देखें गंगा महारानी |
| 34 | LK386 | तोरे आरती हो मईया |
| 35 | LK372 | महामाया पांचो रंग करे हे सिंगारे हो माँ |
| 36 | LK348 | बारामास भवानी रुच मुच कसे हो सिंगार |
| 37 | LK279 | शबरी के जईसे हावै दाई तोर मया वो |
| 38 | LK264 | हो मोरे केवल माँ राहो जगत के |
| 39 | LK418 | बईला म चघ के चले हे महादेव |
| 40 | LK385 | टोनही झुपथे आधा रात के |
| 41 | LK357 | तोला घेरी बेरी परनाम वो |
| 42 | LK342 | मन मोर लंगुरवा वो दाई |
| 43 | LK340 | नेवता नेवत के हो जग रचेव महामाई |
| 44 | LK295 | थैया थैया नाचे मोर अंगना |
| 45 | LK521 | सुन लौ सुन लौ सुन लौ गा एक राजा के कहानी |
| 46 | LK400 | अहो लंगुरवा मोर बर पालकी सजा दे गा |
| 47 | LK383 | फुलवा के डोरी |
| 48 | LK382 | ए हो मोहनी मुरतिया हे तोर |
| 49 | LK373 | जगतारण देवी वो.... तोर महिमा बरनी न जाए |
| 50 | LK371 | जोरव जोरव जोरव जोरन हो |
| 51 | LK368 | चाहे रिसाए ये जग सगरो दाई तैं झन रिसाबे |
| 52 | LK344 | मोर भोले बाबा बईला मा चढ़के |
| 53 | LK336 | धमतरी के बिलई माई |
| 54 | LK326 | आमा पान के पतरी |
| 55 | LK324 | तोला मोला सब ला जाना हे |
| 56 | LK311 | जप हर हर हर हर भोला गुरू महादेव |
| 57 | LK310 | परेतिन दाई बोईर के |
| 58 | LK300 | नव दिन नव रात जागव वो |
| 59 | LK291 | भोला संग लड़े बर भीड़ गे |
| 60 | LK288 | हो मईया फूल गजरा |
| 61 | LK599 | का पाये तैं हा भोला गा भोला मया ला बाट के |
| 62 | LK495 | डंका तोर जग मा बाजे वीर भगत राज हनुमाने |
| 63 | LK377 | अजब सजे हे महामाया रतनपुर में |
| 64 | LK375 | हे दुर्गा दाई तोर महिमा हे महान |
| 65 | LK359 | मैया झुलत हावय झुलना |
| 66 | LK298 | नव दुर्गा तैं हर कहाये ओ मैया |
| 67 | LK289 | निंबुआ के धरम के दुआर हो माया |
| 68 | LK577 | ऐ जंवारा निकलगे |
| 69 | LK425 | कातिक महिना धरम कर माया मोर |
| 70 | LK403 | अईसे जगजननी हो मईया अईसे जगजननी |
| 71 | LK361 | नान्हे नान्हे डोंगरी पहाड़ी |
| 72 | LK346 | मैया ला नींद आवय वो |
| 73 | LK334 | चिलम तिरईया आगे ना |
| 74 | LK275 | कऊहा के देवता मोर लऊहा लऊहा करे दाई |
| 75 | LK273 | छोटे छोटे तोर लईका वो दाई |
| 76 | LK376 | झुपत रहिबे ओ दाई |
| 77 | LK352 | तोर चरण पखारी लेतेव दाई |
| 78 | LK320 | अमली के मटिया बोइर के परेतीन |
| 79 | LK319 | तोर चरण म करमा माता |
| 80 | LK287 | सदा भवानी दाहिन रईहो माया मोर |
| 81 | LK283 | झुमरी तलैया के पारे |
| 82 | LK280 | तीजा बरोबर आऐ ओ दाई |
| 83 | LK603 | काबर रिसागे वो दाई |
| 84 | LK494 | दाई तोला खोजत हौ मै ऐ पारा ओ पारा |
| 85 | LK390 | तोला झूलना झूलावव दाई |
| 86 | LK387 | मोर अलख निरंजन डमरू बजावत |
| 87 | LK331 | हे चईत के महिना दाई आबे मंझनी |
| 88 | LK329 | नीम छंईहा मा बिराजे दाई मोर |
| 89 | LK322 | घर घर दिया हो माता |
| 90 | LK313 | झुले नजरे नजर मे दाई |
| 91 | LK305 | चहके चिरैया बोले वो |
| 92 | LK294 | अंगार मोती मोरे दाई वो |
| 93 | LK269 | नाचथे लंगुरवा झूम झूम के दाई के भुवन मा |
| 94 | LK266 | काहे के दीयना दाई काहे के बाती वो |
| 95 | LK647 | लहराये जंवारा दाई तोर भुंवन मा |
| 96 | LK624 | करे भगत हो आरती माई दोई बिरियां |
| 97 | LK604 | आज तोर काल खड़े हे |
| 98 | LK592 | जोत जंवारा होथे माता विसर्जन तोर |
| 99 | LK574 | लहरावत हे जंवारा हो मांँ |
| 100 | LK491 | धरम के धजा फहराये बर कैना रूप मा - जस |
| 101 | LK458 | चल चंदरपुर जाबो गा भैया |
| 102 | LK367 | अब पहिरो माता लाली लुगरिया |
| 103 | LK364 | गउवा चराए प्रतिपाला |
| 104 | LK362 | आशीष दे दुर्गा भवानी |
| 105 | LK360 | हे कोरी कोरी नरियर चढ़े |
| 106 | LK354 | बईठे हावस तरिया के पार |
| 107 | LK351 | चल ना जोत जलाबो |
| 108 | LK337 | नव दिन नव रात जागव वो |
| 109 | LK325 | दीयना बरथे हिंगुलाज |
| 110 | LK321 | कईसे रचे हस वो तै हा जग संसार |
| 111 | LK304 | सुवा नाचे सातो बहिनिया |
| 112 | LK290 | ढोल बाजे रे, नंगारा बाजे न |
| 113 | LK270 | मया पिरित के डोरी मा दाई |
| 114 | LK263 | जोत जंवारा होथे माता विसर्जन तोर |
| 115 | LK618 | कंकालिन मोरे मया हो चंडालिन मोरे माया |
| 116 | LK567 | जगमग ज्योत जले हो मैया जगमग ज्योत जले |
| 117 | LK550 | गंगा नहाऐ बर चले हो दुर्गा मईया |
| 118 | LK464 | चलो दरस बर जाबो जाबो डांगरगढ़ बमलाई के |
| 119 | LK423 | ये लिमवा के डारा घनघोर हो माया मोर |
| 120 | LK381 | तोर बगिया के ओ मोला बना ले दाई माली |
| 121 | LK369 | तोर दया होतिस त दाई |
| 122 | LK345 | हे रइया ओ रतनपुर के महामायी |
| 123 | LK308 | तोर जस ला गाहूं ओ दाई |
| 124 | LK285 | चल ना गा जाबो बरतिया भोला के बरतिया |
| 125 | LK282 | ए महक मारे दाई वो तोरे फूलवारी |
| 126 | LK277 | मोर पांव मा परगे छाला |
| 127 | LK271 | मोर गांव के शीतला दाई तोला बन्दव ओ |
| 128 | LK267 | निर्मल पानी भवानी मा ताले सगुरिया के हो |
| 129 | LK605 | कईसे छुटाहूं दाई वो दु बून्द लहू के तोर लागा ला |
| 130 | LK601 | का तोला मानव दाई का तोला मानव ओ |
| 131 | LK587 | झूलना म झूलत हावै जम्मो इक्कीस बहिनिया |
| 132 | LK586 | हो मैया झूलना झूले बर |
| 133 | LK516 | ऐ हो मलनिया रद्दा भर फूलवा बिछा दे |
| 134 | LK504 | दीया बर गे हो रइया रतनपुर मा रइया रतनपुर मा या |
| 135 | LK499 | ऐे देवता झूमर झूमर के नाचे हो - माते सिरी के दरबार मा |
| 136 | LK436 | हे मैया तोर कारण भोला के चेत हरागे |
| 137 | LK392 | ऐ मोर महतारी तोरे दुवारी आरती सजांव |
| 138 | LK379 | दाई तोर पईया लागव |
| 139 | LK356 | तरसे नैना मोर कब होही दर्शन तोर |
| 140 | LK318 | मना के लाबो जी चला लाला लंगुरवा ला |
| 141 | LK317 | माटी मा रूप धर के दाई नव दुर्गा आगे |
| 142 | LK316 | चलो दरस बर जाबो जाबो डांगरगढ़ बमलाई के |
| 143 | LK315 | कोरी कोरी नरियर चघावौ दाई तोला ओ |
| 144 | LK314 | आरूग आरूग कहिथस माता |
| 145 | LK307 | आसन म बघवा काबर सुहाए हो |
| 146 | LK299 | जय जय हो शीतला भवानी |
| 147 | LK292 | देवी नमस्ते हो मईया देवी नमस्ते |
| 148 | LK278 | यहो जग पर कलशा |
| 149 | LK274 | शिव जटा ले गंगा बोहाके झलमला में आगे ना |
| 150 | LK649 | लाली लाली चुनरी ले ले ओ |
| 151 | LK635 | कउने तोर सगुन बिचारे देवी दुर्गा |
| 152 | LK634 | कौने तोरे अंगना बटोरे बूढ़ी माई ओ |
| 153 | LK610 | कलसा उपर दीयना दीयना उपर बाती |
| 154 | LK608 | कईसे रचे हस वो तैं हा जग संसार |
| 155 | LK607 | जावत हे सब ला रोवाके |
| 156 | LK570 | जइसे गंगा के पानी अटाये नही ओ |
| 157 | LK569 | कलकल कलकल कलकल करे माता काली |
| 158 | LK563 | इहि जीव आथे इहि जीव जाथे |
| 159 | LK558 | हो मईया छत्तीसगढ़हीन सुमर सुमर गुन गावौ हो माँ |
| 160 | LK555 | हे मईया शारदे मया अऊ दुलार दे |
| 161 | LK529 | गउवा चराये प्रतिपाला मोर किसन कन्हैया |
| 162 | LK527 | गौरी हा चढ़गे वो गौरा हा चढ़गे गौरा हा चढ़गे चढ़गे डड़ैया निक लागे |
| 163 | LK515 | महामाई ले जोत निकले एक नही कई कोत निकले वो |
| 164 | LK514 | दुर्गा दाई के दरबार चलो आगे रे नवराती तेवहार |
| 165 | LK484 | नव दिन बर भेज के तोला किरपा करे हे भोला |
| 166 | LK477 | छिनमस्तिका वो मोर मईया छिनमस्तिका वो मोर |
| 167 | LK473 | ये चंदवा बैगा जांजगीर के चंदवा बैगा गा |
| 168 | LK442 | ये हो बीरा सुमिरौ मैं हनुमान महा मोर मावलिया |
| 169 | LK407 | अपने हाथ मुड़ ला काटे तभे जस छाये |
| 170 | LK358 | आगे मईया के नवरात |
| 171 | LK355 | ए दुलौरिन दाई ओ जिनगी हावय दिन चार |
| 172 | LK353 | हो मैया जय हो दुर्गेश्वरी |
| 173 | LK343 | यहो कब होही तोर दर्शन मैया |
| 174 | LK341 | तोर दया ला पाके बईगा भुत भगाए |
| 175 | LK339 | सुन ले मोर गोहार महामाई |
| 176 | LK338 | गजरा लगाये मैया |
| 177 | LK306 | ऐ हो मलनिया रद्दा भर फूलवा बिछा दे |
| 178 | LK296 | तोर चरण म करमा माता दिन रात नवावौ माथा |
| 179 | LK284 | गाड़ा गाड़ा हे जोहर भोले बाबा |
| 180 | LK650 | लाली लाल चुनरी में सोन धरी लुगरा |
| 181 | LK630 | करसा बनादे कुम्हरा करसा बनादे गा माता के आगे नवरात |
| 182 | LK623 | कईसे करंव मैं दाई ओ जग ला रचे बर मन बनाये हौ |
| 183 | LK622 | हो मन मोही डारे ओ दाई मोहनी मूरतिया हा तोर |
| 184 | LK621 | कंकालीन मोरे माया हो चले हो रण में |
| 185 | LK615 | मोर दुर्गा दाई ओ कण कण मा तै समाए |
| 186 | LK614 | कलयुग में काली अवतरही पापी मन के नाश ला करही |
| 187 | LK613 | चले काली कराली मरघट वाली दानव के संग में लड़ने को |
| 188 | LK612 | काली कंकालिन वो परत हौ तोरे पईया |
| 189 | LK609 | काखर जंवारा मईया गली ले निकल गे |
| 190 | LK573 | बमलेश्वरी दरबार में डोंगरगढ़ जाबो |
| 191 | LK566 | जगमग जगमग दीया बरत हे अंबा के आरती होवै |
| 192 | LK562 | मन मोहि डरे वो दुर्गा दाई होवत हे तोर बिदाई |
| 193 | LK513 | ये दुर्गा दाई के भूवन मा खेलत हे दुलरवा रनबन रनबन |
| 194 | LK512 | दुनो मुड़ मा बिराजे बड़ निक लागे महामायी ओ |
| 195 | LK510 | तोर डेहरी मा दाई वो ऐ शीतला दाई सेवकाई करतेंव |
| 196 | LK493 | दाई मोला नौकर बना ले ओ तोर डेहरी के |
| 197 | LK492 | जागत जागत सब दिन सुमिरौ |
| 198 | LK422 | बन्दव तोला दाई ओ सुमिरौ तोला माई ओ |
| 199 | LK420 | बालोद के तीर मा हावै तोर गांव |
| 200 | LK409 | मैं का चढ़ावौ दाई तोला वो अर्पण हे मोर जिनगानी |
| 201 | LK406 | अंटागढ़ वाली दाई अंटागढ़ वाली वो |
| 202 | LK389 | मन शीतल कर शिव शंकर |
| 203 | LK347 | कोनो नरियर मांगत हे कोनो बाना मांगत हे |
| 204 | LK330 | दाई तोर आंखी ले बरसे पानी |
| 205 | LK328 | धन धन हे विधाता तोर गढ़ना |
| 206 | LK323 | चलव दुलरवा करसा परघाबो |
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